बच्चे, बुजुर्ग व गर्भवती महिलाएं रहे ज्यादा सतर्क
एनएस-१ डेंगू पॉजीटिव हो तो लक्षण पर लगातार नजर रखें ।
प्लेटलेट्स 70 हजार के कम हो, उलटी हो , पेट मे दर्द हो और शरीर में चकता दिखाई देने लगे तो अस्पताल के अलावा कहीं और इलाज न कराएं।।
शॉक सिंड्रोम के केस में घर पर रहकर इलाज कराना ज्यादा जोखिम भरा होगा ।।
डेंगू मुख्य रुप से चार तरह के लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक है।
ब्च्चे बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओ के लिए डेंगू जानलेवा भी हो सकता है।
इसके अलावा जो किडनी , लिवर , मधुमेह बिमारी से पीडित है ,ऐसे लोगो की रोग प्रतिरोधक क्षमता सामान्य व्यक्तियों की तुलना में कम होती है। डेंगू का वायरस कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों को ज्यादा प्रभावित करता है।
जहॉ तक बच्चो का सवाल है तो सुबह मे उनके शरीर मे खासकर पैर एवं हाथ मे नारियल का तेल या अन्य तेल जरुर लगॉए।
ऐसा इसलिए की दिन मे ही डेंगू के मच्छर ज्यादा काटते है
गंभीर बीमारी है तो करे बचाव के उपाय
बुजुर्गो के सावधान रहने की जरुरत है । गर्भवती महिलाओ को खासकर जिनके बच्चे के डिलीवरी की तिथि पॉच सप्ताह बाद होना है, उन्हे ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है, क्योंकी अगर ऐसी महिला को डेंगू होता है तो अधिक सम्भावना है की होने वाले बच्चे को भी डेंगू हो सकता है, ऐसे मे सावधानी बरतनी है।
पहले से गंभीर रोग के शिकार लोगों को भी बचकर रहना चाहिए।।